दशरथ नामक इस व्यक्ति का दावा है कि उसके शरीर में खून के साथ-साथ जहर भी बह रहा है। यह जहर इतना जहरीला है कि उससे साँप जैसे जहरीले जीव की भी मृत्यु हो सकती है।
दशरथ बताते हैं कि जब वह महज 6 साल के थे, तब ही से उन्हें साँप पकड़ने का शौक है। वे बताते हैं, लोगों का साँप के प्रति डर ही मेरा साँपों के प्रति उत्सुकता का कारण रहा।
दशथ की विशेषता सिर्फ साँपों को मारना ही नहीं, बल्कि उन्हें सिर्फ सूँघकर ढूँढ लेना भी है। दशरथ बताते हैं कि साँप कहीं भी छिपा क्यों न हो, मैं उसकी गंध सूँघकर उसे ढूँढ सकता हूँ। दशरथ के अनुसार जब मैं 6 साल का था, तभी से साँप पकड़ना मेरा प्रिय शगल था। मेरे रिश्तेदार इस बात के सख्त खिलाफ थे, पर मैं इसका मोह छोड़ नहीं सका।
दशरथ का मानना है कि उनकी यह कला भगवान का दिया हुआ आशीर्वाद है। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो दशरथ के पास साँप के काटे का उपचार करवाने आते हैं। मजेदार बात यह भी है कि दशरथ को उनके आस-पड़ोस के लोग डॉक्टर स्नेक के नाम से पुकारते हैं।
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