एक ऐसा स्थल, जहाँ
मुस्लिमबंधु और हिन्दू दोनों दुआ माँग कर धर्म की दहलीज को एक करते हुए
अपने को खुशनसीब मानते हैं। आइए धर्मयात्रा की इस कड़ी में गुजरात के उनावा गाँव मीराँ दातार की पवित्र दरगाह पर चलें।
उत्तर गुजरात की ऑइल सिटी मेहसाणा से पालनपुर हाइवे पर 19 किमी दूर एक छोटा-सा गाँव है- उनावा। इस कृषि प्रधान गाँव में स्थित है हजरत मीराँ सैयद अली दातार की पवित्र दरगाह, जिसके कारण यह गाँव देश-विदेश में पहचान बनाए हुए है।
उत्तर गुजरात की ऑइल सिटी मेहसाणा से पालनपुर हाइवे पर 19 किमी दूर एक छोटा-सा गाँव है- उनावा। इस कृषि प्रधान गाँव में स्थित है हजरत मीराँ सैयद अली दातार की पवित्र दरगाह, जिसके कारण यह गाँव देश-विदेश में पहचान बनाए हुए है।
इस दरगाह के प्रति लोगों की अटूट आस्था की तरह इसका इतिहास भी विशेष महत्व रखता है। एक हिन्दू कवि शाह सोरठ ने सैयद अली को मीराँ दातार का नाम दिया था। मीराँ यानी मानव जाति को प्रेम करने वाला और दातार का अर्थ होता है दानवीर। तब से सैयद अली मीराँ दातार के नाम से जाने जाते हैं।
कैसे पहुँचें?
वायुमार्ग : देश की सभी मेट्रो सिटी और बड़े शहरों से आप अहमदाबाद तक विमान सेवा से पहुँच सकते हैं। फिर अहमदाबाद से आपको सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ेगी।
रेल मार्ग : उनावा उन्झा और मेहसाणा रेलवे स्टेशन से क्रमश: 5 कि.मी. और 19 कि.मी. की दूरी पर है।
सड़क मार्ग : उनावा दिल्ली-पालनपुर-अहमदाबाद मार्ग में स्थित है। उनावा अहमदाबाद और पालनपुर से क्रमश: 95 कि.मी. और 55 कि.मी की दुरी पर स्थित है।

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